Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit रहने वाले एक आदमी की अविश्वसनीय कहानि
एक भाग्यपूर्ण पूर्ण मछली पकड़ने की एक यात्रानवंबर 2012 को स्टार टेलर सौ के छुट्टे मेक्सिकन गांवों की छत्तीस वर्षीय मछुआरे जूस द्वारा की जाती है । अपने एक दोस्त के साथ नियमित मछली पकड़ने के यात्रा पर निकल जाते है उनकी योजना सिर्फ़ समुद्र मैं केवल ३० घंटे बितानी की थी लेकिन उनके भाग्य को कुछ और ही मंज़ूर था दोनों मित्र तूफ़ान मैं फ़स गये जोश और उनके दोस्त जाली डाल रहे थे तभी अचानक उनकी इलाक़े मैं एक भयंकर तूफ़ान आ गया अपनी जान के दर से उन्होंने जल्दी से अपना मछली पकड़ने का सामान छोड़ दिया ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
और वापस किनारे के ओर वापस ख़तरनाक यात्रा शुरू की छह घंटे तक वो लोग निरंतर लाहरो से झुजते रहे उनकी छोटी सी नाव तट से दूर और चली गई जैसे ही वो अपने गाँव के क़रीब पहुँचे अपने शुरुआती बिंदु से सिर्फ़ २० किलोमीटर दूर आपदा फिर से आ गयी उनकी नाव का इंजन फैल हो गई जिसकी वजह से भटक गये ओर बचाव के साधन से कट गये मदद मिलने के लिये कोई संकेत करने का कोई रास्ता नहीं होने के कारण जोश और उनका दोस्त विशाल समुद्र की दया पर निर्भर थे महासागर में बहते हुए जैसे जैसे दिन फिर हफ़्ता और फिर महीनों में बदल गए ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
जोश उसने अपने आप को महासागर में फँसा हुआ पाया था जो उसने ख़ुद को समुंदर के बीचों बीच फँसा हुआ पाया था उत्सव एक पानी का जो विशाल महासागर जो पृथ्वी पर सबसे बड़े वाले को भी अपने अंदर समा लेता है उत्सव केवल 1 छोटी सात फुट की नाव और जीवत सव रहने की संभावना भी अभी कम लग रही थी अपनी बुद्धि और सहनशीलता पर भरोसा करने के लिए मजबूर होकर से ज़ोर से भूख मारी इससे बचने के लिए समुद्री पक्षी और मछली पकड़ने का सहारा लिया ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
ताज़े पानी की कमी निरंतर चुनौती उनके बीच में थी और उसे अपनी प्यास बुझाने के लिए प्लास्टिक की बोतलों में बारिश का पानी इकट्ठा करना पड़ रहा था दुख की बात है कि ये थी की जोश की साथ ही मानसिक पीड़ा सहन नहीं कर सका और समन्दर कि सिर्फ़ 4 महीने के बाद अपनी जान ले ली अकेले और भटकते हुए जोश को प्रशांत महासागर की भयानक था का सामना कर करना पड़ रहा था जैसे जैसे महीनों बीत रहे थे इससे अपनी बच्ची की आशा कम होती नज़र आ रही ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
इसलिए लेकिन फिर एक दिन उसे दूर एक मालवाहक जहाज़ दिखाई दिया विशेष सुधीर उसने जहाज़ को संकेत दिया लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ जहाज़ विशाल महासागर में जीवन से शीश के हुए अकादमी से अनजान होकर गुज़र गया बिना किसी डर से जोश ने अपने तत्वों को खिलाफ़ अपनी एकांत लड़ाई जारी रखी और हर क़ीमत पर जीवित रहने के लिए दृढ़ संकल्प बना किया वह अब हार मानने के लिए बहूत दूर आ गया था इस चमत्कारी बचाव प्रशांत महासागर में इसरार 438 दिनों तक बाँटने के बाद जोश की दृढ़ता और आखिरकार पुरस्कृत किया गया ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
जनवरी 214 में उन्होंने मार्शल द्वीप समूह में एक निर्जल एटोल देखा जिसे भी बो के नाम से जाना जाता था जो उनके शुरुआती बिंदु से लगभग 1 हज़ार किलोमीटर दूर था अपनी ताक़त के आख़िरी भंडार को इकट्ठा करते हुए यूज़ दी पर दे रहे हैं और उन्होंने एक छोटी सी झोपड़ी मिली जहाँ उनका सामना 1 स्थानीय से हुआ एक साल से अधिक समय में पहली बार उसने किसी अन्य इन्सान से संपर्क किया था मार्शल द्वीप समूह का हिस्सा था श़क प्रशांत महासागर के विशाल विस्तार में ज़मीन का एक छोटा सा तो पढ़ा था जो जोश का असम्भावित रक्षक था यदि वह इस द्वीप से छू गया होता तो उसका अगला पड़ाव 5 हज़ार किलोमीटर से अधिक दूर उत्सव फिलीपींस में होता है ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
प्रशांत क्षेत्र में तूफ़ान हूँ और अपनी साथ ही आदमी को साहित्य हुए 438 दिनों की उनकी कठिन परीक्षा दे राजा और लचीलेपन की एक उल्लेखनीय उपलब्धि की आदत श्री एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा था उस पर अपने साथी की हत्या करने का आरोप लगा था जोश का क़ायम रहा उसने अपने अविश्वसनीय कहानी दुनिया के साथ साझा की और अपने उल्लेखनीय जस्टिस हो दूसरों को प्रेरित किया प्रशांत महासागर विशाल और कठिन हो सकता है लेकिन जोश की कहानी साबित करती है कि मानवीय भावना सबसे कठिन चुनौती होगी आसानी से पार कर सकती है ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )
निष्कर्ष
महासागर भले ही विशाल और कठिन हो सकते हैं मगर मानवीय भावना सबसे कठिन होती है अगर मानवीय भावना सबसे कठिन चुनौतियों को भी पार कर सकती है उनकी यात्रा 2 और साधन पर लचीलेपन और जीने ही इतिहास की शक्ति का एक बहुत ही बड़ा और अच्छा फ़रमान है ( Samudra Mai 438 Dino Takk Jivit )