Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk : डसने के बाद क्यूँ मधुमक्खियाँ मरती हैं।
हत्यारी मधुमक्खियों की रचना 1997 में ब्राज़ील के रियो क्लारो की एक प्रयोगशाला में शहद की मधु मक्खियों पर एक प्रयोग किया जा रहा था। अध्ययन का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर वारविक शहद का उत्पादन बढ़ाने के लिए यूरोपीय मधुमक्खियों के DNA को बदलना का प्रयास कर रहे थे इसे हासिल करने के लिए वह दक्षिण अफ़्रीका से शहद की मधुमक्खियाँ लाएँ और यूरोपीय मधुमक्खियों के साथ मिलाया था उनके द्वारा किया गया यह प्रयोग सफल रहा और परिणामी संगकारा प्रजाति को अफ़्रीकी मुक़दमा किया या हत्यारी मधुमक्खियाँ का क़रार दिया गया ( Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )
था पलायन और घातक परिणाम है हालाँकि यह नई मधुमक्खियों की आक्रमण प्रकृति जल्द ही चिंता का कारण बन गई थी और धमकियों के हिंसक व्यवहार से चिंतित और उन्होंने ने प्रयोगशाला में ही सीमित रखने का निर्णय लिया था दुर्भाग्य वर्ष एक लाभ के कर्मचारी की लापरवाही के कारण हत्यारी मधुमक्खियों की एक बड़ी सी कॉलोनी भाग गई थी एक बार वो आज़ाद होने के बाद उनकी प्रवृत्ति स्पष्ट हो गया और उन्होंने आस पास के क्षेत्र में लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया था (Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk)
डेयरी मधुमक्खियां तेज़ी से ब्राज़ील पर पूर्ण अमेरिका में फैल गई थी और अपने पीछे ही तबाही का बहुत बड़ा मधुर छोड़कर आ गई है आज तक वे हज़ारों लोगों की मौत के लिए ज़िम्मेदार है जिससे उसे अशुभ अपमान यानी हत्यारी मज़बूत किया ऐसा नाम मिला है यह आक्रामक प्रवृत्ति की कई कारणों से तेरी मुखिया अपने यूरोपीय समकक्षों की तुलना में अधिक आक्रमक है उनका रंग अधिक काला होता है और उसमें रक्षात्मक प्रवृति अधिक स्पष्ट होती है हाँ ये हत्यारी मधुमक्खियाँ अपनी छत देने के पाँच सौ मीटर के दायरे में आने वाले मनुष्यों और जानवरों पर हमला कर देती है ( Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )
और वे आधे किलोमीटर तक अपने शिकार का पीछा करने के लिए जानी जाती है हत्यारी मधुमक्खियों का आक्रमण व्यवहार के कारण से शुरू होता है उनकी छठे और उस लिए ख़तरा महसूस किया जा रहा है बल्कि आमतौर पर नियमित मधुमक्खियाँ केवल तभी हमला करती हैं जब उनके छत्ते को परेशान किया जाता है की हत्यारी मधुमक्खियाँ उनके आक्रामक रूप से उनकी क्षेत्र की रक्षा करती है हत्यारी मधुमक्खियों का लगा तगड़ा जब एक हत्यारी मधुमक्खी डंक मारती है तो यह ख़तरनाक और अक्सर रात तक मुठभेड़ होती है (Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )
मधुमक्खी का यह ट्रक में खंजर के समान होता है जिसके ऊपर की ओर छोटे छोटे दाँत होते हैं जिन्हें निकालना लगभग असंभव है जैसे मधुमक्खी दूर जाने की कोशिश करती है दंगा पीड़ित की त्वचा साथ मधुमक्खियों की मांसपेशियों और पाचन तंत्र के हिस्से में समा जाता है ढंग के शरीर में मेनली नामक एक शक्तिशाली निवेशकों को इंजेक्ट करता है यह विश्व तत्काल प्रतिक्रिया को स्वीकार कर देता है जिससे डंक किया हुआ क्षेत्र सूची जाता है यदि ढंग का रक्त वाहिका में प्रवेश कर जाता है (Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )
तो मिलते हैं कि पूरे शरीर में फैल सकता है जिससे जीवन घातक परिणाम भी हो सकते हैं जब एक अकेली हत्यारी मधुमक्खी किसी शिकार को डग मारती है तो वह फॉरेन छोड़ती है जो पूरे जाते के लिए हमले का शामिल होने के लिए एक संकेत माना जाता है। इसका परिणाम यह होता है कि पूरा झुंड उसके लक्ष्य पर उतर रखा है इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि हत्यारे मधुमक्खियाँ अपने हमलों को जारी रखने के लिए जानी जाती है और वो अपने धैर्य पूर्वक अपनी शिकार के पीछे छिपने की जगह से बाहर आने का इंतज़ार करती है जानलेवा मधुमक्खियों के हमले से बाज़ नहीं देख दंग मार दिया जाए तो तुरंत डॉक्टर को हटाना का प्रयास करें क्योंकि यह शरीर में ज़हर पंप पर जारी रखेगा को तत्काल हॉस्पिटल की तलाश में लग जाए क्योंकि यह विश्व जीवन के लिए बहुत ख़तरे मंदा हो सकता है ख़ासकर एलर्जी है उन लोगों के लिए वाला घाटे रंग के कपड़े और तेज़ी से उबरने वाले कपड़े पहनने से बचें क्योंकि यह तेरे मधुमक्खी हूँ मैं आक्रमण रविवार को ट्रिगर पर सकता (Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )
निष्कर्ष
वो एक अच्छे इरादे से पैदा होती है वही दैनिक प्रयोग मनीषियों और जानवरों के लिए समान रूप से एक आता ख़तरा बन गया है उनके आक्रामक स्वभाव हमले और घातक ढंग ने उन्हें एक ताक़तवर था मना दिया है उन खतरों को समझना और सावधानी बरतना क्षेत्रों में रहने वाले यात्रा करने वाले किसी व्यक्ति के लिए आवश्यक है (Hatyari Madhumakhiyoke ghatak dunk )