Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian : और उनकी चुनौतियों पर कैसे क़ाबू पाया।

Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian : और उनकी चुनौतियों पर कैसे क़ाबू पाया।

दुनिया का सबसे बड़ा चुंबक

दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली चुम्बक का परिवहन करना एक बड़ी चुनौती थी जिसके लिए सावधानीपूर्वक बनायी गई योजना और समन्वय की बहुत बड़ी मात्रा मैं आवश्यक थी। ही इतना बड़ा चुम्बक था कि जिसकी चौड़ाई पचास फ़ीट और वज़न 17,000 किलोग्राम था । इस चुम्बन को हवाई मार्ग से ले जाना मुमकिन नहीं था इस चुनौतियों से निपटने के लिए दो कंपनी ने साथ में मिलकर बहुत ख़र्चा किया कई वर्षों तक परिवहन की योजना बनाएँ चुम्बक की यात्रा के दौरान संवेदनशील चूमो को किसी भी झटके से बचाने के लिए उन्होंने इसके लिए एक स्टील फ़्रेम का निर्माण किया फिर वो विशेष रूप से डिज़ाइन की गई एक ट्रॉली पैर लाभ दिया गया ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

और एक बंदर पर ले जाया गया जहाँ से एक पूरी तरह ही से सपाट मालवाहक जहाज़ पर रखा गया और मोबाइल अलबामा के बंदरगाह तक पहुँचने से पहले फ़्लोरिडा टाटा के और माँ हाँ मैक्सिको की खाड़ी और उसे पार करने के लिए एक महीना लगातार यात्रा की वहाँ से उसे एक ट्रॉली में स्थानांतरित किया गया और धीरे धीरे शिकागो में फ़ॉर्म मिलने अब तक पहुँचाया गया 50 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए इस क़ाफ़िले को तीन टीमें लगी है पूरा ऑपरेशन 35 दिनों तक चला और उसने 5000 किलोमीटर दूरी तय की और यह यात्रा पूरी करने के लिए उसके मालिक को तीन मिलियन डॉलर का भारी ख़र्चा उठाना पड़ा। ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

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दुनिया का सबसे बड़ा टेलिस्कोप

दुनिया का सबसे बड़ा टेलिस्कोप नरवाना का परिवहन बहुत ही चुनौती ख़राब था रीज़न विश्वविद्यालय की टोकरी सीटों पर्वत के शिखर तक दुनिया के सबसे बड़े टेलीस्कोप था अपनों का परिवहन करना 1 और बहुत बड़ी चुनौती थी इसके लिए एक सावधानीपूर्वक बनायी गई योजना की आवश्यकता थी प्रत्येक दर्पण का वज़न सोनाटा था ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

और इसे 2 किलोमीटर की दूरी तक ले जाने की आवश्यकता थी इंजीनियरिंग पुलिस अधिकारियों और भारी परिवहन वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस ऑपरेशन की योजना बनाएँ और उसे मनाने के लिए 5 महीने बिताए संविधान अपनों को सावधानीपूर्वक कहती स्थान के बक्से में बंद किया गया और ट्रकों पर ला दिया गया यात्रा के सबसे चुनौती भरा था ऐसा 50 किलोमीटर की पहाड़ी सड़क थी जहाँ हर समय सीधा रखना पड़ता था इसे प्राप्त कराने के लिए चढ़ाई के दौरान धवन को सीधा बनाए रखने के लिए ट्रकों में एक हाइड्रोलिक सिस्टम स्थापित की गई थी इस परिवहन टीम को  400 पेड़ों को काटना पड़ा था और दर्शाना पिछली लाइटों को बंद करना पड़ा था यात्रा को पूरा होने में दो दिन लगे ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

दुनिया की सबसे बड़ी खनन मशीन है

यह मशीन 330 फ़ीट और दो फ़ुटबॉल मैदान से भी बड़ा है जब इससे 2001 में एक साइट पर अपना काम पूरा किया गया तो इसे केवल बाईस किलोमीटर एक नए स्थान पर ले जाने के लिए आवश्यक के साथ ही आम तौर पर यह एक सीधी प्रक्रिया होती है क्योंकि मशीन को अलग करने और फिर से जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है नई साइट परिवहन में एक नदी एक राजमार्ग एक रेलवे ट्रैक को पार करना शामिल था जिसके लिए यात्रा अधिक कठिन हो गयी थी परिवहन की सुविधा के लिए टीम ने 70, हज़ार क्यूबिक फ़िट मिट्टी को समतल किया और कई स्थानों पर ख़ास बिछाई इसकी वजह से मशीन आसानी से उस इलाक़े से गुज़र सकती है धीमी गति से चलने वाली 22 किलोमीटर की दूरी तय करने में साढ़े सात महीने लगे जिसकी वजह से कम्पनी को नौ मिलियन डॉलर का ख़र्चा आया ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

निष्कर्ष

इन विशाल वस्तुओं का हरी वाहन वसीयतनामा है मानवीय भावना और सहयोग की शक्ति विज्ञान हॉकी टीमों सावधानीपूर्वक योजना समाधानों को एक साथ लेकर इन चुनौतियों को पार किया गया है जिसकी वजह से मानो ज्ञान और अक्षमताओं की उन्नति का मार्ग प्रशस्त हुआ ( Duniya Ke Vishal Vastuo Ka paravian )

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