2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल
नॉर्थ कोरिया को दुनिया का सबसे बड़ा जेल माना जाता है। यहां के लोग ना तो अपनी मर्जी से रह सकते हैं और ना ही बाहर की दुनिया से किसी भी प्रकार का संपर्क कर पाते हैं। किम जंग उन की कठोर नीतियों और कड़े नियंत्रण के कारण, नॉर्थ कोरिया से भागना लगभग असंभव हो गया है। इस लेख में हम जानेंगे कि नॉर्थ कोरिया से भागना क्यों नामुमकिन है और इस मुश्किल मिशन को पूरा करने के लिए लोग क्या-क्या प्रयास करते हैं।
नॉर्थ कोरिया: दुनिया का सबसे बड़ा जेल
नॉर्थ कोरिया में लोगों की आजादी पर कड़े प्रतिबंध हैं। यहां की सरकार किसी भी प्रकार के विरोध या गैर-कानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करती। यहां तक कि अपने रिश्तेदारों से संपर्क करना भी जुर्म माना जाता है। सजा के रूप में लोगों को उम्रकैद या मौत की सजा दी जाती है। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
नॉर्थ कोरिया में मीडिया पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में है और यहां के लोगों को बाहर की दुनिया के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती। यहां तक कि किसी भी धर्म को मानना भी अपराध माना जाता है। 2009 में एक 2 साल के बच्चे को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई, केवल इस वजह से कि उसके पास से बाइबल की किताब मिली थी। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
नॉर्थ कोरिया से भागना: एक खतरनाक मिशन
नॉर्थ कोरिया से भागना एक बेहद खतरनाक मिशन है। इस देश की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि इसके चारों ओर पानी या पहाड़ी इलाके हैं, जिनके कारण बॉर्डर क्रॉस करना बेहद मुश्किल हो जाता है।
पश्चिम में येलो सी और पूर्व में जापान का सागर है, जहां नॉर्थ कोरियाई नौसेना का कड़ा पहरा रहता है। दक्षिण में साउथ कोरिया है, जो नॉर्थ कोरिया का सबसे बड़ा दुश्मन है। इस बॉर्डर पर भी सैन्य तैनाती बहुत कड़ी है। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
उत्तर में चीन और रूस का बॉर्डर है, लेकिन यहां भी नॉर्थ कोरिया की सरकार के साथ मिलीभगत है। चीन और रूस नॉर्थ कोरियाई भागने वालों को वापस भेज देते हैं, जहां उनका भयावह सलूक किया जाता है।
इन सब कारणों से नॉर्थ कोरिया से भागना लगभग असंभव हो गया है। हालांकि, कुछ लोग अब भी इस मुश्किल मिशन को पूरा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में वे या तो मौके पर ही मार दिए जाते हैं या फिर जख्मी होकर वापस लौट आते हैं। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
कोविड-19 ने और कठिन बना दिया भागना
कोविड-19 महामारी ने नॉर्थ कोरिया के लिए स्थिति और भी खराब कर दी है। 2020 में, नॉर्थ कोरिया ने अपने सभी बॉर्डर्स को पूरी तरह से बंद कर दिया, ताकि वायरस का कोई भी संक्रमण यहां न फैल सके।
इसके साथ ही, नॉर्थ कोरियाई सेना को शूट-टू-किल के आदेश दे दिए गए, यानी अगर वे किसी को भी बॉर्डर पर जाते या आते देखें, तो उन्हें गोली मार देनी है। इसके कारण, पिछले 3 सालों में नॉर्थ कोरिया से भागने वालों की संख्या लगभग शून्य हो गई है।
इस तरह, नॉर्थ कोरिया एक बड़े जेल की तरह बन गया है, जहां लोगों को ना तो रिलीजन का अधिकार है और ना ही बाहर की दुनिया से किसी भी प्रकार का संपर्क। यहां पर मौत की सजा भी आम बात है और लोगों को गोली मारकर हत्या की जाती है।
निष्कर्ष
नॉर्थ कोरिया से भागना एक असंभव मिशन है। इस देश की भौगोलिक स्थिति, सख्त सीमा सुरक्षा और कठोर कानून-व्यवस्था के कारण, लोगों के पास कोई विकल्प नहीं बचता। हालांकि, कुछ लोग अभी भी इस खतरनाक मिशन को पूरा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में वे या तो मौके पर ही मार दिए जाते हैं या फिर जख्मी होकर वापस लौट आते हैं। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
कोविड-19 महामारी ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है। नॉर्थ कोरिया ने अपने बॉर्डर्स को पूरी तरह से बंद कर दिया है और सैनिकों को शूट-टू-किल के आदेश दे दिए हैं। इसके कारण, पिछले 3 सालों में नॉर्थ कोरिया से भागने वालों की संख्या लगभग शून्य हो गई है। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )
इस तरह, नॉर्थ कोरिया एक बड़े जेल की तरह बन गया है, जहां लोगों को ना तो अपनी मर्जी से रहने का अधिकार है और ना ही बाहर की दुनिया से कोई संपर्क। यहां पर मौत की सजा भी आम बात है और लोगों को गोली मारकर हत्या की जाती है। ( 2.4 crore logo ka duniya : का सबसे बड़ा अविश्वसनीय जेल )