Dark web ka king: एक छोटी सी गलती ने उसको कैसे बर्बाद कर दिया
2010 के वर्ष में डार्क वेब की दुनिया धीरे धीरे उभर रही थी ये ये दौर एक इंटरनेट का अंधेरा दौर था जहाँ पे हर तरफ़ ग़ैरक़ानूनी काम किए जा रहे थे तो ड्रग्स और हथियारों से लेकर हत्या करने के ठेके। डार्क वेब और इन सभी ग़ैर क़ानूनी कामों का मुख्य कारण यह है कि ग़लत काम करने वाले अपनी पहचान छुपाना चाहते थे ताकि उसके ज़रिए वह क़ानून के हाथों में न आ जाए तो इसलिए यह सब काम नाम हुए भी बोहोत भी बड़ी मात्रा में किए जा रहे थे
सिल्क रोड और अल्फा बे
क़तार में पर बनायी गई नई वेबसाइट सिल्क रोड थी इसकी शुरुआत 211 में हुई थी और सिल्क रोड बंद होने के बाद लंदन और सारी और नई वेबसाइट लॉन्च हुई थी जिनमें सिल्क रोड 2.0 और ऐवोलेशन शामिल थी कि इस दौरान दोनों वेबसाइटों पर लोग बिट क्वाइन का उपयोग करके ड्रग्स और ग़ैरक़ानूनी वस्तुओं की ख़रीदी और बिक्री करते थे
2014 में अल्फाबेट नामक एक नई वेबसाइट लॉन्च हो गई थी जिसका संचालन एक व्यक्ति जिसे अल्फा ज़ीरो टू भी कहा जाता था कि बसपा बेनाम का डार्क वेब पर सबसे बड़े मार्केट प्लेस बन गई थी और आर फलसफ़ा ज़ीरो टू महीने में लाखों डॉलर कमा रही थी (Dark web ka king)
अल्फ़ा 02 की पहचान का पता लगाना
अमेरिकन अधिकारी अल्फा बैंक के सर्वर का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे थे ताकि वेबसाइट को जल्द से जल्द बंद किया जाए और अल्फा ज़ीरो दूर तक जल्द से जल्द पहुँच पाए लेकिन डार्क वेब पर बनायी गई वेबसाइटों की लोकेशन हमेशा छुपी रहती है न क्योंकि वेबसाइटों को टॉवरों ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है जो कि दुनिया भर के रैंडम सर्वर्स के पीछे अश्लील वेबसाइटों को आसानी से छुपा दी है
अधिकारियों को अलफ़ाज़ हीरो की पहचान का एक सुराग़ मिल जाता है एक आदमी अनजान व्यक्ति ने ईमेल भेजा था जिसमें चालबाज़ी रोगों के बारे में पूरी जानकारी थी उस ईमेल एड्रेस का उपयोग करके अधिकारियों केजस पहचान कर ली जोकि अल्फा ज़ीरो टू ही था (Dark web ka king)
केजस की गिरफ़्तारी
केजस बैंकॉक में रहता था और अपनी आयी यह शो में वो मसरूफ़ रहता था जबकि सात देशों के पुलिस को पकड़ने के लिए उसके पीछे थी सब अधिकारियों ने मिलकर एक कुशल कार्रवाई की है योजना रच दिया ताकि वह लैपटॉप पर काम करते हुए उसे पकड़ (Dark web ka king)
2017 में सभी अधिकारियों ने केजस को गिरफ़्तार कर लिया हालाँकि उसने कोर्ट में ख़ुद को पेश कर होने से पहले ही ख़ुद को फ़ासी लगाकर ख़ुद की जान दे दी उसकी एक छोटी सी गलती ने उसका सब कुछ बर्बाद कर दिया उसकी संपत्तियां पैसा गाड़ियां और अंत में उसकी जान भी। इन्हि गलती की वजह से वो इस मुक्काम तक आकर पोहूच चुका था (Dark web ka king)
ऑपरेशन बेनेट
गिरफ़्तार होने के बाद कुशल कार्रवाई की जिससे ऑपरेशन बेनेट कहा गया यूरोपियन अधिकारियों ने ख़ानसामा रैकेट को अपने नियंत्रण में ले लिया था जो अल्फाबेट के प्रति ज़िंदा था जब अल्फाबेट बंद हुई तो सारे डीलर और ग्राहक अंसार मार्केट पर आ गई जो आप सारे यूरोपीय अधिकारियों के क़ब्ज़े में थी(Dark web ka king)
इस तरह हज़ारों ने नए डीलर पकड़े गएयह सच्ची कहानी दिखाती है कि एक छोटी सी गलती ने डार्क वेब के सबसे शक्तिशाली किंग कहा सब कुछ चुटकियों में बर्बाद कर दिया यह हमें याद दिलाता है कि तकनीक का ग़लत इस्तेमाल हमारी ज़िंदगी को तबाह कर सकता है यह एक चेतावनी है कि हमें अपने कार्यों पर हमेशा ध्यान देना चाहिए और और ख़ुद को हमेशा क़ानून के दायरे में रखना चाहिए (Dark web ka king)